Month: May 2023

आओ चले थोड़ी सैर कर आये

आओ चले थोड़ी सैर कर आये उस पहाड़ी के उस पार गाँव से पहले एक चाय की टपरी हैं चलो तुम्हारी मीठी, मेरी फीकी चाय पी आये आओ चले थोड़ी सैर कर आये उलझ गयी हैं गुस्से में जो बातें जो मैं न समझा, जो तुम न कह पायी मन की सारी हलचल सारी कुंठा…

अनायास ही आज आ मिला मुझसे

एक बीती हुई सुभग स्मृति एक अतीत का सुखःद अहसास अनायास ही आज आ मिला मुझसे तुमने न जाने कहाँ से ढूंढा मुझे न जाने कैसे तुम्हे मैं स्मरण आया निश्चय ऐसा लगा कोई बचपन का गीत अनायास ही आज आ मिला मुझसे एक संदूक सी खोल दी तुमने जिसमे बरसो से बंद था वो…