मैंने इल्जाम लगाना छोड़ दिया

By Samir
In Poems
December 18, 2021
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हाँ ! मैंने इल्जाम लगाना छोड़ दिया
छोड़ दिया मैंने सही गलत देखना
छोड़ दिया मैंने काला सफ़ेद देखना
और छोड़ दिया मैंने वो सब कुछ
जो मुझे मुझसे ही तनहा करता था

अब मैं सिर्फ उम्मीद करता हूँ
और कोशिश करता हूँ
और खुश रहता हूँ !

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